भोपाल.मध्य प्रदेश (madhya pradesh) का खाली खज़ाना भरने के लिए आज देश के अर्थशास्त्री और योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया (Montek Singh Ahluwalia) सरकार को टिप्स दे गए. मध्य प्रदेश में बजट तैयारी से पहले भोपाल में ऑल्टरनेट प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग पर सेमिनार किया गया. इसमें अहलूवालिया आए थे. सीएम ने कहा वक्त नयी चुनौतियों का है. अहलूवालिया ने कहा चुनौती नये क्षेत्र में इनवेस्टमेंट की है.
कुछ नया करें....
चार अलग अलग सेशन में आयोजित होने वाली इस सेमिनार का उद्घाटन सीएम कमलनाथ ने किया. अपने संबोधन में सीएम ने कहा देश और प्रदेश इस वक्त आर्थिक तौर पर नई चुनौतियों का सामना कर रहा है. जब तक इन चुनौतियों का सामना नहीं किया जाएगा तब तक हालात बेहतर नहीं होंगे. उन्होंने कहा आर्थिक तौर पर युवाओं के लिए नई संभावनाओं को तलाशना होगा. सीएम ने सेमिनार के दौरान वहां मौजूद अधिकारियों और फाइनेंशियल एक्सपर्ट से कहा हमें आउट ऑफ बॉक्स सोचना होगा. सीएम ने कहा कि हमें धोती और पायजामा वाले किसानों को जीन्स और टीशर्ट वाले किसान बनाने पर जोर देना है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.
इनवेस्ट कहां करें
मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा पारंपरिक क्षेत्रों के अलावा इन्वेस्टमेंट कहां लाया जाए ये आज के दौर की सबसे बड़ी चुनौती है. राज्यों को ऑल्टरनेट प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग के लिए नया सेटअप तैयार करना होगा. इस सेमिनार में मोंटेक सिंह अहलूवालिया बजट को लेकर टिप्स भी देंगे. मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है.
किसानों के लिए कितनी सरकार ?
किसानों के लिए सरकारें वायदे तो बहुत करती हैं लेकिन ज़मीनी स्तर पर उनके हालात बदलते दिखते नहीं. शिवराज सिंह चौहान की सरकार से लेकर अब तक मध्य प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने की बातें की जा रही हैं लेकिन किसान आज भी अपनी फसल के उचित मूल्य के लिए संघर्ष करता है. मध्य प्रदेश में अभी भी किसानों की आय दोगुनी करने के बजाए सरकार उनकी कर्जमाफी के काम में लगी है.बीजेपी ने उठाए सवाल
बजट से पहले हुए इस आयोजन को लेकर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल के मुताबिक किसान का बेटा बेटी आज भी जींस और टीशर्ट पहन रहा है. सवाल किसानों के समर्थन मूल्य पर उसकी खरीदी का है. उसको सिंचाई और बिजली की आपूर्ति का है. कर्जमाफी का है और जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर समय पर ऋण का है. इस पर सरकार जवाबदेही के साथ काम करे जींस और टीशर्ट तो वो पहन ही रहा है.