मुस्कान के चेहरे पर आई मुस्कान (खुशियों की दास्तां)

 











ग्वालियर 


  


    दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो बड़ी से बड़ी मुसीबत से भी निजात मिल जाती है। मुस्कान को भी अपनी परेशानी से निजात मिली और उसकी चाहत पूरी होने के रास्ते भी साफ हुए। दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली मुस्कान खान और आगे पढ़ना चाहती है। लेकिन आर्थिक परेशानियां उसके लिए रोड़ा बनी हुई थी। शासन द्वारा आम जनों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला मुख्यालय पर प्रति मंगलवार शुरू की गई जन-सुनवाई में उसकी इच्छा को पूरा किया गया है।
    ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय में प्रति मंगलवार को होने वाली जन-सुनवाई में ग्वालियर बहोड़ापुर क्षेत्र में निवास करने वाली मुस्कान खान भी अपनी फरियाद लेकर आई। उसका कहना था कि मैं और पढ़ना चाहती हूँ। लेकिन परेशानी आर्थिक तंगी है। एडीएम श्री टी एन सिंह ने उसकी पूरी बात सुनी और उसे तत्काल रेडक्रॉस समिति के माध्यम से पाँच हजार रूपए की धनराशि उपलब्ध कराई। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि वे अपनी पढ़ाई निरंतर जारी रखे। शासन-प्रशासन उसकी पढ़ाई के लिए हर संभव मदद करेगी।
    एडीएम श्री टी एन सिंह ने मुस्कान को यह भी नसीहत दी कि जीवन में कभी हारना नहीं। क्योंकि मेहनत और सच्ची लगन अपनी निर्धारित मंजिल तक पहुँचा ही देती है। मुस्कान के पिताजी का स्वर्गवास हो गया है और माँ बीमार है। मुस्कान स्वयं भी लोगों के घरों में काम करके अपने घर के खर्च में हाथ बटा रही है और पढ़ाई भी कर रही है। मुस्कान का कहना है कि वह जीवन में पढ़-लिखकर ऐसा काम करना चाहती है जिससे उसके परिवार में खुशियां आए और उसका जीवन भी बेहतर हो सके। मुस्कान को एडीएम ने जैसे ही पाँच हजार रूपए की राशि प्रदान की, तो उसके चेहरे पर आ गई मुस्कान ।