मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 2020-21 के लिए बनाया प्रस्ताव, 11 दिसंबर को विद्युत नियामक आयोग देखेंगी याचिका
जबलपुर, प्रदेश में एक बार फिर बिजली के दाम बढ़ाने की तैयारी बिजली कंपनियों ने कर ली है। मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के अनुसार वर्ष 2020-21 के लिए ट्रैरिफ में दो हजार करोड़ का संभावित नुकसान है। इसके लिए करीब पांच फीसद औसत बढ़ोतरी का प्रस्ताव मैनेजमेंट कंपनी ने बनाया है। इसमें 5.28 फीसद घरेलू बिजली के दामों में इजाफा करने की तैयारी की है। मप्र विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनी की याचिका पर सात मार्च तक दावे आपत्तियां मांगे है। इसके बाद जबलपुर समेत भोपाल और इंदौर में नियामक आयोग द्वारा सुनवाई आयोजित की जाएगी।
वर्तमान में
स्लैब/शहरी/ग्रामीण
00-50/60/45
51-100/100/80
यह प्रस्ताव
स्लैब/शहरी/ग्रामीण
00-50/65/50
51-100/110/90
(नोट-राशि रूपये में)
प्रदेश सरकार पर पड़ेगा भार
बिजली कंपनी अपनी भरपाई के लिए घरेलू उपभोक्ताओं से वसूली की तैयारी में है। इसमें सबसे ज्यादा असर 50 से 100 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। हालांकि बिजली कंपनी की इस बढ़ोतरी का खामियाजा प्रदेश सरकार को उठाना होगा क्योंकि इंदिरा गृह ज्योति योजना में 100 यूनिट तक 100 रुपये ही बिजली का बिल लिया जाना है ऐसे में अतिरिक्त राशि का भुगतान प्रदेश सरकार अपने स्तर पर करेगी। ये एक तरह से बिजली कंपनी अपने घाटे की भरपाई प्रदेश सरकार के खाते से करने जा रही है। बिजल कंपनी ने प्रारंभिक आंकलन 2020-21 के लिए 39332 करोड़ रुपये का किया है। जबकि खर्च 41332 करोड़ रुपये माना है। इस हिसाब से सालाना नुकसान 2 करोड़ रुपये माना है।
ऐसे हो सकते है बिजली के दाम
स्लैब/वर्तमान दर/ प्रस्ताव बढ़ोतरी
0-50 यूनिट/4.05/4.35 30 पैसे
51-100 यूनिट/4.95/5.25 30 पैसे
101-300 यूनिट /6.30/6.60 30 पैसे
300 से अधिक/6.50/6.80 30 पैसे
चुकाने पड़ेगें 70 रुपए
बिजली का उपयोग उपभोक्ता करे या फिर न करें, उसे फिक्स चार्ज के रूप में 70 रुपए बिजली कंपनियों को चुकाने पड़ेंगें। बिजली कंपनी ने प्रस्ताव में भी न्यूनतम बिजली के दाम 70 रुपये रखे हैं। ऊर्जा प्रभार के अतिरिक्त लिया जाने वाला फिक्स जार्च भी बिजली कंपनी बढ़ा रही है। इसमें घरेलू और किसान सभी को प्रभावित किया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 5 से 10 रुपए की बढ़ोतरी की जा रही है।