सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो का निराकरण समय सीमा में करे-कलेक्टर

टीएल बैठक में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणो की समीक्षा आयोजित 



 श्योपुर |  कलेक्टर श्री बसंत कुर्रे की अध्यक्षता में समय सीमा के प्रकरणो की समीक्षा बैठक आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में विभागवार सीएम हेल्पलाईन में दर्ज प्रकरणो की समीक्षा की। साथ ही समय सीमा में प्रकरणो का निराकरण करने के निर्देश विभागीय अधिकारियो को दिये।  बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री सुनीलराज नायर, एसडीएम श्री रूपेश उपाध्याय, डिप्टी कलेक्टर श्री विजय यादव, एलडीएम श्री सुरेन्द्र पाठक, महिला बाल विकास अधिकारी श्री ओपी पाण्डेय, उपसंचालक कृषि श्री पी गुजरे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बीएस रावत, सीएमएचओ डॉ एआर करोरिया, डीआईओ श्री कपिल पाटीदार, जिला प्रबंधक लोक सेवा श्री योगेश पुरोहित, उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ एलएन आयरनवाल, उपमहाप्रबंधक विधुत कंपनी श्री नितिन डोंगरे, डीओ आबकारी श्री योगेश कम्ठान, एनआरएलएल के पीओ श्री एसके मुदगल, क्षेत्र संयोजक आजाक श्री एमपी पिपरैया, पिछडा वर्ग की सहायक संचालक श्री निकिता तामरे एवं विभिन्न विभागो के जिला अनुभाग एवं तहसील स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।  
 कलेक्टर श्री बंसत कुर्रे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम सीएम हेल्पलाइन के अतंर्गत विभिन्न विभागों में लबित लेवल 01 से 04 तक के प्रकरणों का निराकरण समय पर जावे।  इन प्रकरणों के निराकरण में किसी तरह की कोताही नही बतरी जावे। सभी प्रकरण सात दिवस में निराकृत किये जावे। निराकरण ऐसा होना चाहिए जिससे आवेदक संतुष्ट हो सके। उन्होने कहा कि नॉन अटेडेन्ट शिकायतो को प्रतिदिन देखे। साथ ही जिन-जिन विभागो में 100 दिवस से उपर की शिकायते लंबित है। उनका निराकरण तीन दिवस में किया जावे। इसी प्रकार 500 दिवस के उपर की शिकायते सात दिवस में निराकृत होनी चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि सीएम हेल्पलाईन के अंतर्गत राजस्व की 306, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति की 144, शिक्षा की 131, जिला अस्पताल की 180, स्वास्थ्य की  113, पंचायती राज की 175, लीड बैंक की 76, आदिम जाति कल्याण की 69, वन की 40, नगरीय निकायो की 87, कृषि की 33, संस्थागत वित्त की 57, वन की 25, सामान्य प्रशासन की 25, सीमांकन की 24, प्राकृतिक प्रकोप की 22 एवं अन्य विभागो की 21 से लेकर 01 तक सात दिवस में निराकृत की जावे। इन विभागो की समीक्षा सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह द्वारा 03 दिसंबर को सायं 04 बजे की जावेगी। जिससे प्रकरणो के निराकरण में गति आयेगी। उन्होने विभागवार समीक्षा करते हुए निराकृत की गई। शिकायातो का का प्रजेटेशन के माध्यम से शिकायतकर्ता से चर्चा की। साथ ही विभिन्न विभागो द्वारा निराकृत शिकायतो की हकीकत जानी।
टीएल बैठक में कलेक्टर ने कहा कि वन अधिकार अधिनियम के अतंर्गत जिन वनवासियो को दावे पूर्व में निरस्त किये गये थे। उनकी समीक्षा की जावे। साथ ही खण्डस्तरीय समिति के अनुमोदन के बाद निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला स्तरीय समिति में स्वीकृति के लिए प्रेषित किये जावेगे। जिससे पात्र वनवासियों को वन अधिकार में सामूहिक एवं एकल भू-अधिकार पत्र प्रदान किये जा सके। उन्होने कहा कि किसानो की रबी फसलो के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। उन्होने कहा कि पीएम सम्मान निधि के अतंर्गत पात्र व्यक्तियो को सम्मान निधि देने की कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। कलेक्टर ने कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार शिविरो में प्राप्त आवेदनो का निराकरण विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करे। साथ ही जनसुनवाई एवं समय सीमा में प्रकरण सात दिवस में निराकृत किये जावे।  
कलेक्टर ने कहा कि विधानसभा प्रशन विभागवार प्राप्त हो रहे है। इन प्रकरणों का निराकरण विभागीय अधिकारी समय सीमा में करे। साथ ही प्रकरण से संबंधित जानकारी कलेक्टर कार्यालय को भेजी जावे। इसी प्रकार सेंटल पीजी की शिकायते समय पर निराकृत होनी चाहिए। साथ ही राहत राशि के प्रकरणो में पात्र हितग्राहीयो को सहायता राशि के प्रकरण शीघ्र बनाये जाकर भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। इसी प्रकार झण्डा दिवस की राशि जिन-जिन विभागीय अधिकारियों द्वारा नही दी है। यह राशि 07 दिसबर के पूर्व जमा कराई जावे। उन्होने कहा कि विकलांग दिवस का आयोजन 03 दिसंबर को राजीव गांधी सभागार श्योपुर पर किया गया है। इसी प्रकार प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में 05 दिसंबर को आयोजित होने वाली जिला योजना समिति की बैठक की तैयारिया शीघ्र सुनिश्चित की जावे।
जिला पंचायत के सीईओ श्री हर्ष सिहं ने कहा कि सीएम हेल्पलाईन के अतंर्गत जिन-जिन विभागो मे शिकायते लंबित है। उनका निराकरण सयम पर होना चाहिए। इस कार्य की समीक्षा 03 दिसंबर को सायं 04 बजे से की जावेगी। उन्होने सेंट्रल पीजी, जनसुनवाई, समय सीमा के प्रकरणो के निराकरण के संबध में उपयोगी सुझाव दिये।