इन्दौर में संझा लोक स्वामी के कार्यालय में आधी रात को पुलिस की कार्यवाही ने आपातकाल की याद ताजा कर दी प्रश्न यह उठता है कि समाचार पत्र के पास हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट से जुड़े दस्तावेज कैसे पहुंचे । जांच का विषय तो बाद का है सबसे पहले उस व्यक्ति को गिरफ्तार करना चाहिए जिसके पास दस्तावेज थे। कि पत्रकार कि शिकायत दर्ज करने से पहले शिकायत करने वाले के कामों की जांच होनी चाहिए ।
पत्रकारिता पर कुठाराघात