महिलाओं की बढ़ती भूमिका से कस्टम हायरिंग केन्द्र भी सम्हाल रही हैं "खुशियों की दास्तां"

कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय द्वारा राष्ट्रीय कृषि योजनांतर्गत कृषकों के लिये कृषि कार्य को आसान करते हुये “कस्टम हायरिंग केन्द्रों” की स्थापना की गई है।
सहायक यंत्री कृषि अभियांत्रिकी, भोपाल ने बताया कि कलेक्टर श्री तरूण पिथोड़े द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप महिला स्व-सहायता समूह को “कस्टम हायरिंग केन्द्र” देने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से अब स्व-सहायता समूहों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कृषकों को कृषि कार्य हेतु कृषि यंत्र और मशीनें किराये पर उपलब्ध कराई जायेंगी।
स्व-सहायता समूह द्वारा कई क्षेत्रों में बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। अब महिलाओं के समूह द्वारा कृषि क्षेत्र के विस्तार और नई-नई तकनीक को किसानों तक पहुँचानें के लिये महिलायें भी आगे बढ़ रही हैं। कलेक्टर श्री पिथोड़े द्वारा महिलाओं के उत्थान और कार्य के प्रति लगन और मेहनत को साकार करने के दृष्टिगत यह कदम उठाया गया है।
महिला स्व-सहायता समूह द्वारा नवीन कृषि यंत्रों के माध्यम से फसल उत्पादन में वृद्धि होगी इससे किसानों को खेती से और अधिक लाभ हो सकेगा।