इंदौर। अपनी जिम्मेदारी निभाने वाले निगमकर्मियों पर आए दिन राजनीतिक हमला हो रहा है। कभी विधायक बल्ले से पिटाई करते है तो मंत्री समर्थक जानलेवा हमला करते है। लेकिन निगम के आला अफसर बड़ी कार्यवाही का सिर्फ आश्वासन ही देते नजर आते है।जिस कारण फील्ड में जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।कल मंत्री तुलसी सिलावट के समर्थकों ने रेसीडेंसी क्षेत्र में उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान सहित निगम कर्मचारियों पर हमला बोल दिया था।हालांकि हमेशा की तरह निगम इस बार भी हमलावरों के खिलाफ सख्त नजर आया और उपायुक्त सहित अन्य निगमकर्मियों पर हमला करने वाले मंत्री समर्थकों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज करवाई कल रेसीडेंसी क्षेत्र में उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान पर मंत्री सिलावट समर्थकों का हमला सोची समझी योजना का हिस्सा लगा। शायद यह हमला अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह पर होना था लेकिन महेंद्र सिंह शिकार हो गए थे। जिसके खिलाफ महेंद्र सिंह चौहान ने आज नामजद FIR करवा दी है सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ मंत्री तुलसी सिलावट के समर्थकों की यह हरकत सिर्फ होर्डिंग्स, बेनर हटाने की नही थी, बल्कि कुछ समय पूर्व चिड़ियाघर के समीप बनी सिलावट समर्थकों की दुकानों को हटाने को लेकर भी खुन्नस थी। तब अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह की सिलावट बंधुओ से काफी नोकझोक भी हुई थी तब सरकार भाजपा की थी। तभी से यह खुन्नस पाले बैठे सिलावट समर्थकों को कॉंग्रेस की सरकार आने का फायदा मिला और कल निगमकर्मियों और उपायुक्त महेंद्र सिंह चौहान को निशाना बनाते हुए हमला कर दिया। हालांकि इस दौरान देवेंद्र सिंह मौजूद नही थे।महेंद्र सिंह चौहान अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद ही कोई कार्यवाही करने जाते है ऐसे में चौहान के साथ कभी भी कोई बड़ी अनहोनी या हादसा हो सकता है।बहरहाल, अब देखना यह है कि महापौर मालिनी गौड़,निगमायुक्त आशीष सिंह और अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह, कल हुए निगम उपायुक्त औऱ कर्मचारियों पर हुए हमले के खिलाफ क्या स्थायी ठोस कदम उठाते है।
इंदौर मंत्री सिलावट समर्थकों का शिकार महेंद्र नही देवेंद्र सिंह थे चौहान ने करवाई FIR दर्ज